POLITICS/CONGRESS-QR-CODE-TICKET-APPLICATION-BIHAR-ELECTIONS-2025-DIGITAL-POLITICAL-MOVE/

politics/congress-qr-code-ticket-application-bihar-elections-2025-digital-political-move/

politics/congress-qr-code-ticket-application-bihar-elections-2025-digital-political-move/

Blog Article


बिहार चुनाव: कांग्रेस का नया डिजिटल कदम, टिकट के लिए अब होगा QR कोड से आवेदन



QR Code Scanner




बिहार की राजनीति में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने एक नया और डिजिटल बदलाव करते हुए विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया में बड़ा सुधार किया है। अब पार्टी ने परंपरागत सिफारिश, गुटबाजी और दबाव की राजनीति से हटकर पारदर्शी और निष्पक्ष प्रणाली को अपनाने का फैसला लिया है। इसके तहत कांग्रेस ने राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन लेने के लिए एक विशेष QR कोड स्कैनर (QR Code Scanner) लॉन्च किया है।

इस QR कोड (QR Code) को स्कैन करके इच्छुक प्रत्याशी ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इस प्रक्रिया की शुरुआत कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम (Rajesh Ram) ने की है। उनका कहना है कि यह तकनीकी कदम उम्मीदवारों तक सीधे पहुंचने और चुनावी तैयारी में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम साबित होगा।

सभी सीटों पर सशक्त चेहरों की तलाश


प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम (Rajesh Ram) ने जानकारी दी कि कांग्रेस (Congress) ने सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वेक्षण पूरा कर लिया है और अब मजबूत और लोकप्रिय उम्मीदवारों की तलाश जारी है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि उन्हें जिन भी सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिलेगा, वहां वे अपने दमदार प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे। साथ ही, यदि कोई इच्छुक उम्मीदवार इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के समर्थन में काम करना चाहता है, तो पार्टी उससे भी सहयोग लेगी।

उम्मीदवारों के चयन के लिए छह प्रमुख मापदंड


आवेदन की प्रक्रिया को व्यवस्थित और निष्पक्ष बनाने के लिए कांग्रेस (Congress) ने छह महत्वपूर्ण मापदंड तय किए हैं। सबसे अहम शर्त यह है कि आवेदनकर्ता कांग्रेस पार्टी (Congress Party) का रजिस्टर्ड सदस्य होना चाहिए। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि वह कितने समय से पार्टी से जुड़ा है, उसका कार्यक्षेत्र क्या रहा है और उसने संगठन के लिए कितना योगदान दिया है। यह नियम न केवल नए चेहरों पर लागू होगा, बल्कि वर्तमान सांसदों और विधायकों पर भी लागू होगा।

इसे भी पढ़ें:- अमेरिकी राष्ट्रपति पर भड़के शशि थरूर, कहा, “अपराधी और पीड़ित को एक जैसा दिखाने की कोशिश”


जमीनी कार्यकर्ताओं को मिलेगा स्थान


इस डिजिटल प्रणाली (QR Code Scanner) के जरिए कांग्रेस ने यह संकेत दिया है कि वह अब उन लोगों को प्राथमिकता देगी, जो संगठन के साथ लंबे समय से जुड़े हैं और जमीनी स्तर पर सक्रिय हैं। राजेश राम ने कहा कि इस प्रक्रिया से उन कार्यकर्ताओं को सम्मान और अवसर मिलेगा, जो वर्षों से संगठन के लिए मेहनत कर रहे हैं, लेकिन अब तक नजरअंदाज होते रहे।

कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारी में तकनीक का सहारा लेते हुए टिकट वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और सहभागी बनाने का जो कदम उठाया है, वह संगठन के भीतर विश्वास और अनुशासन को मजबूत कर सकता है। यह एक नई शुरुआत है, जिससे योग्य उम्मीदवारों को आगे आने का अवसर मिलेगा और संगठनात्मक मजबूती का रास्ता खुलेगा

Report this page